गुरु जी ने बताया कि
🌹जिस बैंक में हमारा ” खाता ” होता है हमारा चेक भी वहीं चलता है, दूसरी बैंक में बाउंस हो जाता है,,ऐसे ही जिस से हमारा हिसाब किताब होता है हमे वहीं पूरा करना होता है,,,,,,,,,।
🌹अच्छा विद्यार्थी ही अच्छा शिक्षक बन सकता है,,,,,,,,।
🌹बादाम को पानी मे भिगोकर निश्चिन्त हो जाते है कि छिलका उतर जाएगा,,ऐसे ही खुद को भी प्रभु में भिगोकर रखेंगे तो देह अध्यास का छिलका उतर जाएगा,,,,,,,,,,।
🌹हमारा कुछ नही पर हमारे लिए सब कुछ है, कल किसी और का था, आज हमारा है, कल किसी और का होगा,,इस्तेमाल करें और करने दे,,,,,,,,,,।
🌹सत्संग में है तो अच्छी बात दूर है तो प्रभु के चिंतन में रहें,,,,,,,,,,।
🌹अगर ” मेरा ” बोलने का शौक है तो प्रभु तू ” मेरा ” बोलो,,,,,,,।
🌹अगर ” तेरा ” बोलने का शौक है तो प्रभु मैं “ तेरा ” बोलो,,,,,,,,।
🌹संसार मे जो भी तकलीफ है ” अज्ञान ” के कारण है,,,,,,,,,।
🌹काबिल मालिक बन ने के लिए पहले सेवक बने,,,,,,,,,,।
🌹शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ,,,,,,,,,,।