गुरु जी ने बताया कि
🥀मुख की मौन से सुख और शांति मिलती है ।
🥀मन की मौन से ताकत मिलती है ।
🥀बुद्धि की मौन से आत्मिक शांति मिलती है ।
🥀जो व्यक्ति हमे पसंद नही उसको चाय नास्ते पर थोड़ी बुलाते है,
ऐसे ही जो विचार हमे परेशान करते है, उसे क्यों अपने मन के भीतर आने देते हो ?
🥀हमारी गलती ना होने पर अगर हम मौन रहेंगे तो भगवान किसी ना किसी के रूप में आकर हमारे न्याय के लिए बोलेगा ।
🥀बर्फ अच्छी खासी पानी थी, पर बर्फ बनी तो कूट दी गई,
ऐसे ही गुरु जी कहते है कि तन से भले भगवान ने माँ ,बहन, बेटी बनाया,,पर मन से सबको भगवान समझेंगे, तो दुखी ,सुखी नही होंगे ।
🥀मच्छर का एक डंख ,बीमारी फैला सकता है,
ऐसे ही एक गलत विचार हमे अपनी स्थिति से गिरा सकता है ।
🥀जो नीचे बैठा होता है, उसको गिरने का डर नही लगता,
ऐसे ही जो नम्र ,व्यक्ति होता है उसको किसी बात का डर नही लगता ।
🥀चलते पंखे में उंगली डालेंगे तो चोट लग सकती है,
ऐसे ही किसी की भी बात में दखलंदाजी करेंगे तो अपमानित होना पड़ सकता है ।
🥀शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ ।