🌹 गुरु क्या है🌹
🌹 गुरू एक तेज हे, जिनके आते ही, सारे सन्शय के अंधकार खतम हो जाते हैं !
🌹 गुरू वो मृदंग है, जिसके बजते ही अनाहद नाद सुनने शुरू हो जाते है !
🌹 गुरू वो ज्ञान हैं, जिसके मिलते ही भय समाप्त हो जाता है !
🌹 गुरू वो दीक्षा है, जो सही मायने में मिलती है तो भवसागर पार हो जाते है !
🌹 गुरू वो नदी है,जो निरंतर हमारे प्राण से बहती हैं !
🌹 गुरू वो सत् चित् आनंद है,जो हमें हमारी पहचान देता है !
🌹 गुरू वो बांसुरी है, जिसके बजते ही मन और शरीर आनंद अनुभव करता है !
🌹 गुरू वो अमृत है, जिसे पीकर कोई कभी प्यासा नही रहता है!
🌹 गुरू वो कृपा है, जो सिर्फ कुछ सद शिष्यों को विशेष रूप मे मिलती है और कुछ पाकर भी समझ नही पाते हैं !
🌹 गुरू वो खजाना है, जो अनमोल है !
🌹 गुरू वो प्रसाद है, जिसके भाग्य में हो उसे कभी कुछ भी मांगने की ज़रूरत नही पड़ती हैं ।
