गुरु जी ने बताया कि,,,,,,,,,
🌹सबसे ऊंची अवस्था बताई ” सहजावस्था ” हर बात में सहज रहना,,,,,,,,,,।
🌹सन्मति यानी सबका कहना माने अपनी हठ ना करें,,,,,,,,।
🌹हम परमात्मा के हाथ की कठपुतली है,उनकी ही मर्जी से चलते है,खाते है,पीते है,कार्य करते है,,,,,,,,।
🌹बजाए औरो को बदलने के स्वयंम को बदले,इतने सच्चे और पवित्र गुरु मीले है,,,,,प्रस्सन रहें,,,,,,,,,।
🌹दुखो से चौट खाई ना होती तो प्रभु तेरी याद आई ना होती,,मतलब हमे प्रभु की याद तब आती है जब कोई

कस्ट देता है,,,जैसे बच्चा भूखा होता है तो रोकर माँ को पुकारता है,,,,,,,।
🌹बिजली से बैटरी चार्ज होती है गुरु ज्ञान से मन चार्ज होता है,,,,,,,,,।
🌹मूवी देखने जाते है उसमें मूवमेंट ना हो तो अच्छा नही लगेगा,,,ऐसे ही हमारे जीवन मे मूवमेंट मतलब थोड़ा
परिवर्तन होता है तो आंनद लो उसका दुखी नही होना,,,,,,,,।
🌹हमारे हाथ मे है जीवन बनाना,,,हीरा कौड़ी के लिए ना गवाना,,,,, मतलब हीरे जैसा जीवन कौड़ी जैसी माया
के लिए ना गवाना,,,,,,,,,।
🌹जो राज जान लेता है वो नाराज नही होता,,राज मतलब सबमे भगवान का अंश है ,,,फिर किस से खुश किस
नाराज रहना,,,,,,,,,,।
🌹शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ,,,,,,,,,,,,।