गुरु जी ने बताया कि
🌹पूछा श्राद्ध क्या है,,,,,,तो बताया कि जो चले गए है संसार से उनको श्रद्धा से याद करना ,,श्राद्ध है ।
🌹किसी के लिए भी गलत धारणा बनाकर ना बैठे ,,,कोई हमेशा गलत नही हो सकता ।
🌹ज्ञान हमे नकारात्मकता से सकारात्मकता में जीना सिखाता है ।
🌹गॉड मे फोरगिव अस बट अवर नर्वस सिस्टम नेवर डस ,,,,,मतलब भगवान हमे हमारी गलती के लिए माफ कर सकते है,, लेकिन हमारा भीतर वाला कभी माफ नही कर सकता ।
🌹निविया होके चल बंदिया रब निविया नू मिलदा, मतलब नम्र व्यक्ति को भगवान जल्दी मिलते है ।
🌹पहले नक्शा बनता है,,फिर घर बनता है,,,ऐसे ही पहले बनती प्रारब्ध फिर बनता शरीर है ।
🌹एक मच्छर बीमारी ला सकता है शरीर मे,,,,,,ऐसे ही एक गलत विचार मन की शांति भंग कर सकता है ।
🌹शुक्राने सतगुरु जी के ,, हरि ॐ ।
- शांति चाहिए तो अशांति के कारण छोड़ दो। जैसे उस चील ने मांस का टुकड़ा छोड़ दिया तो बच गई, वरना बाकी चिले उसे ही नोच डालती। अशांति कोई देता नहीं है, अशांति तुम खुद खरीद करते हो।
- तुम्हारी value कपड़ों और पैसों से नहीं है। तुम्हारी वैल्यू है गुणों से। और गुणों कि value गुड़वान ही कर सकता है, वो है गुरु। हम गलती ये करते है कि गुणों की वैल्यू हम संसार में करवाने जाते है। वहा कोई वैल्यू नहीं करेगा सिर्फ इच्छा पूर्ति होगी।