गुरु जी ने बताया कि
🍁लाइफ इस प्रेजेंट मतलब एक सुंदर तोहफा है,,उसको प्रेशर में मत जियो,,,,,,,,,,।
🍁कृष्णा भगवान कहते है,, ये ज्ञान महा से महा भारी दुख से उपराम होने में सहायक होता है,,,,,,,,,।
🍁आज के युग मे ” तप ” क्या है,,?,,,,,तो बताया कि तपते हुए दिलो को शीतल करना,,,,,,,,,,,।
🍁अपनी चेतना , अपनी मूल अवस्था से जुड़ जाओ,,,,,,मतलब अपना स्वरूप पहचानो हम प्रभु का अंश ही है,,,,,,,,,,,।
🍁लिव एंड लेट लिव,,,,मतलब खुद भी स्वछंद जियें और सबको भी जीने दे,,,,,,,,,,,।
🍁सबके साथ साथ अपने स्वयंम के भी सेवक बने,,,,,,,,,,।
🍁प्रभु भक्ति से ऋण मुक्ति होती है,,,,,,,,,,,।
🍁अधर इस हेल,,,, दूसरे के कर्मो में मत जाओ,,,,,,अपनी कॉपी जांचते रहें,,,,,,,,,,।
🍁मन का कोई अस्तित्व नही होता, मन है एक वृक्ष ,, लेकिन बहुत सारे वृक्ष होते है,,तो ” वन ” बन जाता है,,,मतलब एक वृक्ष से डरेंगे नही, अकेला मन ठीक है, उसमे अनेक विचार आ जाते है, तभी परेशान हो जाते है,,, विचार आना स्वाभाविक है,, लेकिन ज्ञान के वचन से हटाना सीख ले,,,,,,,,,,।
🍁शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ,,,,,,,,,,,,,।