गुरु जी ने बताया कि
🍄किसी ने पूछा कर्मो से मुक्ति कैसे मिलेगी ,
तो बताया कि कर्मो को भोगकर ही कर्मो से मुक्ति मिल सकती है, लेकिन ज्ञान से हम नए कर्म बनाने से बच सकते है,,,,,,,,,,,।
🍄अपने भीतर के अर्जुन बनकर ही हम अपने भीतर ही कौरवो को मार सकते है,,,,,,,,,,,।
🍄अंतर्मुखी सदा सुखी, बहिर्मुखी सदा दुखी,,,,,,,,,,,।
🍄फ़क़ीर मतलब गरीब नही, फ़क़ीर मतलब जो फिकरों से खाली हो,,,,,,,,,,,।
🍄दुःखो से चोट खाई ना होती तो प्रभु की याद आई ना होती, मतलब जब तकलीफ आती है तभी प्रभु को दिल से पुकारते है,,,,,,,,,,,।
🍄संसारी संसार नही छोड़ता, हमे भी प्रभु को छोड़ना नही है, रहें भले जहां भी,,,,,,,,,,,,,।
🍄कृष्णा भगवान ने कहा है, की अभी तक जो हुआ अच्छा हुआ,
और जो हो रहा है वो भी अच्छा हो रहा है, और आगे भी जो होगा अच्छा ही होगा, विश्वास रखें,,,,,,,,,,,।
🍄शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ,,,,,,,,,,,,।
गुरु जी ने बताया कि
🍂किसी को भी गलती की सजा देने का सुख एक पल का ,माफ करने का सुख हमेंशा का होता है, सबको माफ करते चले,,,,,,,,।
🍂हमसे उल्टा चलने वालों को और प्यार करें क्योंकि वो हमें प्रभु की और भेजने में सहायक होते है,,,,,,,,,।
🍂कोई मान करें , अपमान करें सब गुरु को रीडायरेक्ट करते चले,,,,,,,,।
🍂अगर प्रभु ट्रैन से उतारकर कार में बिठाते है तो कार तक तो थोड़ा पैदल चलना पड़ेगा ना,
ऐसे ही बड़ा सुख पाने के लिए थोड़ा कस्ट सहना पड़े तो सहलो,,,,,,,,,।
🍂जीवन की नैया तैरेगी हमारी श्रद्धा से, और डूबेगी हमारी अश्रद्धा से,,,,,,,,।
🍂माँ अपने छोटे बच्चे के चलने के रास्ते में से सामान हटा ती जाती है,
ऐसे ही प्रभु भी हमारे रास्ते के काटे हटाते जाते है,,,,,,,,,।
🍂चींटी कभी नमक के पास नही जाती ,,ऐसे ही जो ज्ञान में आ जाता है,
वो फिर अज्ञान में नही जा सकता,,,,,,,,,,।
🍂जिस जीभ ने परमात्मा का गुण गान नही किया उसकी जीभ मेंढक की जीभ के समान है, खाली हर समय टर,,,, टर,,,,,,,।
🍂शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ,,,,,,,,,।