Dada bhagwan vaani गुरु जी ने बताया कि
🍃बुद्ब भगवान को एक पल में ही वैराग्य आ गया,,सबसे पहले उनको
🍃बूढ़ा व्यक्ति मिला, उन्होंने पूछा ये क्या है,,,,,मनुष्य ऐसा भी हो जाता है ।
🍃दूसरा उनको बीमार मिला फिर पूछा ये क्या है तो बताया कि जब शरीर मे बीमारी हो जाती है तो मनुष्य ऐसे हो जाते है ।
🍃तीसरा उनको एक अर्थी मिली फिर पूछा ये क्या है,,,,तो बताया कि मनुष्य जब मर जाता है तो ऐसे हो जाता है ।

🍃चौथा उनको एक संत मिले,, जिनके चहरे पर शांति और आनंद था,,तब उनको समझ आया कि शांति और आनंद सिर्फ प्रभु के नाम मे ही है तब बुद्ध भगवान को बोध हो गया ।
🍃किसी को भी उसकी गलती के लिए समझाना हो तो उस वक़्त ना समझाए जब वो क्रोध में हो, बल्कि उस समय समझाएं जब वो शांत हो ।
🍃जो इच्छा से ऊपर उठ जाता है वो जीवन मे अच्छाई ऐसे बिखेरता है जैसे फूल अपनी खुश्बू बिखेरता है ।
🍃कहीं भी ऊपर होने का मन हो तो मान, अपमान से ऊपर हो जाएं ।
🍃शुक्राने सतगुरु जी के हरि ॐ ।